दिसंबर 2009

अपने दस्तावेज कागजों को प्रमाणित करने के लिये लिख कर दें



ये मैं अपने और दूसरों के भुक्तभोगी अनभव के आधार पर  बता रही हूं कि जब भी कभी आप किसी नये मोबाइल फोन कनेक्शन, गैस कनेक्शन,  क्रेडिट कार्ड  लेने, बैंक में खाता खुलवाने हेतु अपने किसी कागजात  की फोटोकोपी अगर किसी कर्मचारी या किसी को अन्य को दें तो कृपया उस पर साफ-साफ लिख दें किसी कि सिर्फ इसी काम के लिये ये कागज हैं। 

अपने  दस्तावेज कागजों को प्रमाणित करने के लिये लिख कर दें


उदाहरण के तौर पर मान लीजिये कि आपने अपने कागजात आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने के लिये हैं तो अपने द्वारा दिये गये कागजात पर लिख दीजिये कि सिर्फ आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने के प्रयोग हेतु (अंग्रेजी में भी)। 

ये भी इस प्रकार लिखें कि यदि उसकी दुबारा कोई कोपी करे तो आपके द्वारा लिखा गया जरूर उसमें दिखे। 

दरअसल आजकल हमारे द्वारा दिये गये कागजातों के आधार पर लोग मोबाईल कनेक्शन व अन्य प्रकार की आपराधिक गतिविधियां करते हैं और असली मालिक को पता भी नहीं होता। 

हमारे एक परिचित जब एक बैंक से होम लोन लेने गये तो पता चला कि उनके नाम से पहले चार (4 पर्सनल लोन) लोन चल रहे हैं। अब बेचारे घूम रहे हैं। 

इसके अलावा आये दिन आतंकियों द्वारा नकली कागजात के आधार पर अपनी पहचान के लिये ड्राईविंग लाईसेंस, बैक एकाउंट खुलवाने व पासपोर्ट बनवाने की खबरें आती रहती हैं। 

अत: बाद की परेशानी से बचने के लिये पहले ही सावधानी बरतें व अपने कागजों को इस तरह से दें कि जहां पर प्रयोग होने हैं वहां को छोड़कर कहीं और न प्रयोग हो सकें।

Manisha शुक्रवार, 18 दिसंबर 2009

स्वाईन फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है


पिछले करीब 15 दिनों से दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में और उत्तर भारतswine-flu के सभी राज्यों में स्वाईन फ्लू मान की बीमारी फिर से बड़े पैमाने पर लौट आई है।  

हमारे एक परिचित को भी स्वाईन फ्लू हो गया है जिनसे मिलने के बाद हमें भी डाक्टर द्वारा टैमी फ्लू नाम की दवा खाने को बोला गया है। परिवार में सभी ने ये गोली खा ली है। 

वैसे होम्योपैथी की इन्फ्ल्यूऐंजा-200 व अपनी पारंपरिक तुलसी का काढ़ा भी इसमें प्रभावी बताया जा रहा है। हमारे परिचित वेंटीलेटर पर अस्पताल में भर्ती हैं और स्थिति गंभीर है।

विशेषज्ञों का कहना है कि जाड़े के आगमtami-fluन के कारण ही स्वाईन फ्लू के केस बढ़ गये हैं, लेकिन जाड़ा तो हर साल आता है, इसी साल इतना घातक क्यों है?  

जिस तरह से बड़े पैमाने पर ये इस समय फैल रहा है उससे तो ये भी लगता है कि किसी विकसित देश ने अपने देश में स्वाईन फ्लू के बचाव के टेस्ट के लिये भारत में तो नहीं फैला दिया या फिर किसी आतंकी संगठन ने चुपचाप तो नहीं फैला दिया?  

बहरहाल जो भी हो, रोजाना लोगों के मरने और स्वाईन फ्लू से पीड़ित होने की खबरे छप रही हैं और अस्पतालों में जगह कम पड़ रही है। स्थिति गंभीर है। सरकारें प्रयत्न कर रही हैं पर अभी अपर्याप्त है।

Manisha गुरुवार, 10 दिसंबर 2009