एसएमएस विज्ञापनों ने परेशान कर रखा है
तब लोगों ने परेशान होकर सरकार और कोर्ट तक अपनी आवाज पहुंचाई जिसक वजह से परेशान न करे (Do not Distहीb) की सुविधा शुरु की गई जिसकी वजह से बिना बात के आने वाले कॉलों से तो लोगों को कुछ हद तक छुटकारा मिल गया है।
लेकिन टेली मार्केटिंग और मोबाईल कंपनियों ने अब लोगों को एसएमएस के जरिये विज्ञापन भेजने शुरु कर दिये हैं कि इनसे भी परेशानी होनें लगी है। पूरे दिन इन अनचाहे संदेशों को मिटाते रहना पड़ता है।
विज्ञापन भी बस भेज दिये जाते हैं, पाने वाले की स्थिति का कोई ध्यान नही है।
सबसे ज्यादा संदेश प्रोपर्टी खरीदने के आते हैं। इस बारे में भी लगता है हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट का ही सहारा लेना पड़ेगा।
टीआरएआई (TRAI) तो शायद मोबाईल कंपनियों के हित के लिये ही बनाई गई हैं, उपभोक्ताओं की सिर दर्दी को देखना वाला कोई नहीं है।
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फ़ालतू के एस एम एसों से परेशानी तो होती है
जवाब देंहटाएंआपके ब्लाग पर आकर अच्छा लगा.. चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है... हिंदी ब्लागिंग को आप नई ऊंचाई तक पहुंचाएं, यही कामना है....
जवाब देंहटाएंइंटरनेट के जरिए अतिरिक्त आमदनी के लिए यहां पधारें - http://gharkibaaten.blogspot.com
DND activate hone ke wabjud mujhe din bhar kafi sms aate han....
जवाब देंहटाएंexcately
जवाब देंहटाएंTRI और संचार मंत्रालय को बंद कर दिया जाना चाहए ,ये जनता के पैसों की बर्बादी है ,TRI के अधिकारीयों के समपत्ति की जाँच होनी चाहिए ये लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं ....
जवाब देंहटाएंमैं वोडाफोन प्रीपेड इस्तेमाल करता हूं और डू नॉट डिस्टर्ब में रजिस्टर कराने के बाद से मेरे पास टेलीमार्केटिंग काल्स और एसएमएस दोनों ही आना पूरी तरह बंद हो गये....पर कुछ मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों में ये समस्या अभी भी है...मेरा ख्याल है आपको कस्टमर केयर पर जाकर कुछ मदद मिल सकती है
जवाब देंहटाएंइस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्लॉग जगत में स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंअच्छा लिखा है आपने। विषय का विवेचन और भाषिक संवेदना प्रभावित करती है।
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लाग पर राष्ट्रमंडल खेलों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के संदर्भ में अपील है। उसे पढ़ें और अपनी प्रतिक्रिया देकर बताएं कि राष्ट्रमंडल खेलों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने की दिशा में और क्या प्रयास किए जाएं।
मेरा ब्लाग है-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
जवाब देंहटाएंकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
अपने इस पोस्ट की चर्चा जनोक्ति.कॉम के स्तम्भ "ब्लॉग-हलचल" में जरुर देखें !
जवाब देंहटाएंdestroy your mobile phone because this will not be stopped until u do that. every person want to fill his/her stomach then why u all have problem with this
जवाब देंहटाएंTelemarketing ads should be stopped after certain kind of registration like DND. Otherwise TRAI must provide instructions to stop smsing to the unsubscribed users. This is really a serious constraint to mobile users.
जवाब देंहटाएं-rp shukla
Yes courts are the last option
जवाब देंहटाएंकई बार हम, कपडे की दुकान या किसी फ्री ऑफर के तहत भरे जाने वाले फॉर्म में अपना मोबाइल नंबर लिख देते हैं , या फिर फ्री गिफ्ट या, लकी कूपन में अनजाने में अपना मोबाइल नम्बर लिख देते हैं, ये टेली मार्केटिंग वाले , वही इस हमारे नम्बर ले कर, थोक के भाव में कही भी किसी भी समय सन्देश चिपका देते है और इनसे पीछा छुड़ाना बहुत मुश्किल होता है. दिक्कत तब होती है, जब हम रो़मिंग में होते हैं और सन्देश एक पर एक आते हैं.
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