स्टीफन हाकिंग से पूरी तरह सहमत

स्टीफन हाकिंग से पूरी तरह सहमत


प्रसिद्ध वैज्ञानिक और विचारक स्टीफन हाकिंग से मैं पूरी तरह सहमत हूं कि धरती के अलावा भी जीवन है। कल
Jaadu Alien
(26/04/2010) के सभी समाचार पत्रों में स्टीफन हाकिंग  के धरती से अलग जीवन के बारे  विचार छपे थे कि मनुष्यों को एलियंस (अंतरिक्ष जीव) के साथ संपर्क करने की कोशिश नहीं करना चाहिए।  

हाकिंग ने ब्रम्हांड के कई रहस्यों पर बताया और कहा कि वो इस बात के प्रति आश्वस्त हैं कि एलियंस हैं। खास बात यह कि वह सिर्फ ग्रहों पर ही अंतरिक्ष जीवों की संभावना को नहीं स्वीकारते, बल्कि सितारों और अंतरिक्ष में दो ग्रहों के बीच विस्तृत खाली आकाश में भी इनकी मौजूदगी बताते हैं।

हम लोग बचपन में जब कॉमिक्स पढ़ा करते थे तो उसमें फ्लैश गार्डन व अन्य कई अंतरिक्ष की कहानियां होती थी और वहां से मेरा ये विश्वास बनता गया कि अपनी धरती के अलावा भी कहीं न किसी ग्रह पर जरुर जीवन है। 

इसीलिये मैं स्टीफन हाकिंग से पूरी तरह सहमत हूं। 

वैसे एक विचार और मन में आता हे कि अगर दूसरे ग्रहों पर अगर जीवन है तो उनके भी कुछ भगवान होंगे फिर धरती के ईश्वर, अल्लाह और गॉड की अवधारणा का क्या होगा? क्या वहां कोई और भगवान होंगे या यहीं वालों की भी पूजा वहां होगी?

ये जरुर हो सकता है कि जैसा हम सोचते हैं वैसे प्राणी वहां दुसरे ग्रहों पर न हों बल्कि कुछ अलग तरह के हों, अभी तो अपनी धरती पर ही सारी तरह के जावों के बारे में नहीं जान पाये हैं तो दुसरों के बारें मे तो क्या ही जान पायेंगे?

आप में से कितने लोग मानते हैं कि धरती के अलावा भी जीवन है?

विज्ञापन

7 टिप्‍पणियां

  1. अन्तरिक्ष में जीवन की उपस्थिति से इंकार किया ही नहीं जा सकता
    अगर पृथ्वी पर जीवन हैं तो अन्य ग्रहो पर भी जरुर होगा
    ये बहुत ही बड़ा सवाल हैं कि एलियंस बौद्धिक, शारीरिक संरचना और तकनिकी, विज्ञानं के मामले में हमसे कितने आगे अथवा पीछे होंगे

    जवाब देंहटाएं
  2. बिना साक्ष्‍य के हम सिर्फ अनुमान ही तो लगा सकते हैं .. पर पूरे ब्रह्मांड में हम अकेले हों .. ऐसा भी नहीं लगता !!

    जवाब देंहटाएं
  3. agar sach me dusre grahon me jivan hai to unka khan-paan, rahan sahan,vyavhar kaisa hoga ye janne ki utsuka kab shant hogi.............!!!!

    जवाब देंहटाएं
  4. I am agree with coment of Dr Hakings as this could be right that like earth there should be another planet on which life is possible and and we have not reached on that planet. Suppose that like Earth of our solar system, there will be definetely another Earth on which different type of beings exists. This can be possible.....
    Sunil K Dohare

    जवाब देंहटाएं
  5. Really very nice post for everyone so thanks for sharing with us and keep it up.

    जवाब देंहटाएं
  6. i am also agree with Dr Hakings, hamari prithvi(earth) ek akash-ganga me situated hai, aaj tak hum apne hi aakash-ganga(milkey-way)me situated anya graho (planet), (kuch ko chodkar) tak nahi pahuch paye hai.... jaha tak mein janta hoon antariksh mein karodo (milliones)aakash-ganga(milkey-way) hain to waha bhi jivan ki ya prithvi jaise anya graho ki poosibility se inkar nahi kiya ja sakta...... jo log alians (dusre graha ) ke logo ki bat ko nakarte hain , i think they are of narrow mind, pichle 10-20 sal tak to kisi ne mobile (cell-phone) ke bare me socha bhi nahi hoga aur aaj bina mobile ke ek aam aadmi adha ghanta bhi nahi bita sakta.. ye sab technology ka chamtkar hai.... main sochta hoon agle kuch salo (may be 20-50 years)) me hum dusre graho ke logo se sampark kar lenge... i am 100% sure about that..............@ ER.SHRIKANT SAHU (AGRI.ENGI.)

    जवाब देंहटाएं