सदाबहार हिंदी फिल्म डॉयलाग
हिंदी फिल्मों में संवाद अदायगी या डॉयलाग डिलीविरी पर काफी जोर रहा है। कई कलाकार तो अपनी संवाद डॉयलाग अदायगी के बल पर ही प्रसिद्धि पा गये।
पुराने जमाने में हिंदी फिल्मों में कलाकार मुख्यत: नाटकों व रंगमंच से ही आये थे, इस कारण उनकी संवाद अदायगी का तरीका थोड़ा नाटकीय था। सोहराब मोदी इस के उदाहरण हैं।
बाद में फिल्मों के विकास क्रम में संवाद डॉयलाग अदायगी की विधा भी विकसित हो गई। राजकुमार तो अपनी संवाद अदायगी और चुटीले डॉयलाग के लिये ही प्रसिद्ध थे। शने: शने: संवाद अदायगी के लिये कलाकारों के लिये विशेष संवाद लिखे जाने लगे।
कुछ फिल्मी डॉयलाग तो इतने मशहुर हुये कि लोगों की जुबान पर चढ़ गये और रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने लगे। कुछ डॉयलाग काफी सारी फिल्मों में दोहराये भी जाते रहे हैं।
यहां पर कुछ ऐसे ही हिंदी फिल्मों के डॉयलाग हैं जो कि आम तौर पर आप फिल्मों में सुनते रहते हैं यानी की सदाबहार डॉयलाग हैं -
कुछ फिल्मी डॉयलाग तो इतने मशहुर हुये कि लोगों की जुबान पर चढ़ गये और रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने लगे। कुछ डॉयलाग काफी सारी फिल्मों में दोहराये भी जाते रहे हैं।
यहां पर कुछ ऐसे ही हिंदी फिल्मों के डॉयलाग हैं जो कि आम तौर पर आप फिल्मों में सुनते रहते हैं यानी की सदाबहार डॉयलाग हैं -
- मैं तुम्हारे बच्चे की मां बनने वाली हूं
- किसी दूसरे के गुनाह गिनाने से तुम्हारे गुनाह कम नहीं हो जाते
- मैं गरीब हूं ना, इसीलिये .....
- भगवान, मैंने तुमसे आज तक कुछ नहीं मांगा .....
- ऐ जी सुनते हो...... आप बड़े वो हैं....
- मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकती
- कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं
- रुक जाओ! कानुन को अपने हाथ में मत लो
- तमाम गवाहों के बयानात और सबूतों को मद्देनजर रखते हुये... ताजीराते हिंद.. दफा 302 के तहत ... मुजरिम को सजाऐ-मौत दी जाती है...
- मुजरिम को बाइज्जत बरी किया जाता है
- मैं इस गीता पर हाथ रख कर ये सौगंध लेता हूं कि जो भी कहूंगा सच कहूंगा और सच के सिवा कुछ नहीं कहूंगा
- इंस्पेक्टर! गिरफ्तार कर लो इसे
- राम राम काका
- जुग जुग जियो बेटा
- अब तुम किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहे
- क्या इसी दिन के लिये तुझे पाल पोस कर बड़ा किया था?
- किसान का हर बार का डॉयलाग - "मैंने इस जमीन को अपने खून से सींचा है"
- हीरो/हीरोईन अस्पताल में अपनी आंखें खोलते हुये - "मैं कहां हूं?"
- मैं कहती हूं, दुर हो जा मेरी नजरों से
- इस घर के दरवाजे तुम्हारे लिये हमेशा के लिये बन्द हो चुके हैं
- प्रेम चोपड़ा की तरह का विलेन गांव की गोरी या हीरोइन से - "इन गोरी गोरी कलाइयों को काम करने की क्या जरूरत है?"
- छोड़ दो मुझे, भगवान के लिये छोड़ दो
- मैंने तुम्हें क्या समझा और तुम क्या निकले!
- डॉक्टर - "अब सब ऊपर वाले के हाथ में है"
- डॉक्टर - "चौबीस घंटे तक होश नहीं आया तो ..... "
- अगर मां का दूध पिया है तो सामने आ
- ज्यादा होशियारी करने की कोशिश मत करना
- अमिताभ कई फिल्मों में - "नहीं छोड़ूंगा तुझे, जान से मार दूंगा"
- भगवान पे भरोसा रखो। सब ठीक हो जायेगा
- वो एक गंदी नाली का कीड़ा है, गटर की पैदाइश है
- वो कुत्ते की मौत मरेगा
- अजी सुनते हो!, मुन्ने के पिताजी
- पैसे वाला अपने बेटे से - "एक फूटी कौड़ी नहीं दूंगा"
- जमाने ने ठोकर लगा लगा के इस दिल को पत्थर बना दिया है
- खतरनाक सास अपनी बहू से - "चुड़ैल! कीड़ें पड़ें तेरे ....."
- हमेशा का ब्लैकमेल - "तुमने ये किया तो मेरा मरा मुंह देखेगी"
- सभी फिल्मों के चौकीदार - " शलाम शॉब!"
- मेगा फोन पर पुलिस इंस्पेक्टर -: "अपने आप को पुलिस के हवाले कर दो। पुलिस ने चारों तरफ से तुम्हें घेर लिया है। अपने हथियार फेंक दो"
- भागने की कोशिश मत करना
- पुलिस को तुम जैसे नौजवानों पर नाज है
- पारम्परिक - " ठहरो! ये शादी नहीं हो सकती!"
- अदालत में पूरा मुकदमा सुल कर जज द्वारा फैसला देने से ठीक पहले, एक आवाज - " ठहरो! जज साहब!"
- बॉस का प्यादा - "बॉस! माल पकड़ा गया"
- बोल! बोल हीरे कहां छुपा रखे हैं
- अब तुम्हारी मां हमारे कब्जे में है, अगर तुम पांच लाख लेकर, काली पहाड़ी के पुराने किले पे नहीं पहुंचे तो में उसे बम से उड़ा दूंगा
- ये सौदा तुम्हे बहुत मंहगा पड़ेगा
- जो शीशे के घर में रहते हैं, वो दूसरों पे पत्थर नहीं फेंकते
- हम वो हैं जो पत्थर को कांच से तोड़ लिया करते हैं
- घिसा-पिटा उदघोषक - "भाइयों और बहनों " "Ladies and Gentlemen ..."
- मैं तु्हारा अहसान जिन्दगी भर नहीं भूलूंगा
- इतने पैसे तुम कहां से लाये?
- पुलिस मेरे पीछे लगी हुई है
- तुम मेरे लिये मर चुको हो
- घर में दो दो जवान बेटियां हैं
- लो! - मुंह मीठा करो
- हटो ना!... लोग क्या कहेंगे
- खबरदार जो मुझे हाथ भी लगाया
- अरे!.... इसे तो तेज बुखार है
- आज पिंकी का जन्मदिन है
- गोरखा.... इसे धक्के मार के बाहर निकाल दो
- निरूपा राय का प्रिय - "एक बार मुझे मां कह कर पुकारो बेटा
- ... मुझे तु्म्हारे इस बहते हुये खून की कसम ....
- बेटी, तू तो पराया धन है
- जूबान के लगाम दो
- पेश हैं दुनिया के जाने माने फनकार और कलाकार ... मिस्टर कुमार
- सुहागरात के समय नई-नवेली पत्नी अपने पति से - "दूध पी लीजिये"
- हमें टेढ़ी उंगली से घी निकालना आता है
- कुत्ते की दुम टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है
- भाभी तु्म्हारे हाथ की चाय पीने को मन कर रहा है
- तुम ने मेरी पीठ में छुरा भोंका है
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