फिर से छोटी डाकघर बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाई गईं
मार्च 2016 मे सरकार ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) और डाकघर द्वारा चलाये जाने वाली छोटी बचत योजनाओं में दी जाने वाली ब्याज दरों में कुछ कटौती की है।
पीपीएफ की अभी तक की दर 8.7% थी जो कि अब घटाकर 8.1% कर दी गई है वहीं किसान विकास पत्र की वर्तमान दर 8.7% से घटाकर 7.8% कर दी गई है।
इसके अलावा अन्य छोटी बचत योजनाओं में इस प्रकार की कटौती की गई है :
पिछली बार की बाजपेयी जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने भी छोटी बचत योजनाओं में कटौती की थी और जिसका खामियाजा उसको अगले आम चुनावों में हार कर भुगतना पड़ा था।
इसके अलावा अन्य छोटी बचत योजनाओं में इस प्रकार की कटौती की गई है :
- डाकघर की 1 साल की जमा राशि पर 8.4% से घटाकर 7.1%
- डाकघर की 2 साल की जमा राशि पर 8.4% से घटाकर 7.2%
- डाकघर की 3 साल की जमा राशि पर 8.4% से घटाकर 7.4%
- डाकघर की 5 साल की जमा राशि पर 8.5% से घटाकर 7.9%
- डाकघर की 5 साल की राष्ट्रीय बचत पत्र पर पर घटाकर 8.1%
- 5 साल की वरिष्ठ बचत योजना पर 9.3% से घटाकर 8.6%
- बालिका बचत योजना पर 9.2% से घटाकर 8.6%
पिछली बार की बाजपेयी जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने भी छोटी बचत योजनाओं में कटौती की थी और जिसका खामियाजा उसको अगले आम चुनावों में हार कर भुगतना पड़ा था।
आम लोग छोटी छोटी बचत करके उम्मीद करते हैं कि कुछ उनको इसका सही समय अच्छा रिटर्न प्राप्त होगा। लेकिन सरकार के ब्याज दरों को घटाने से लोगों की उम्मीदों को झटका लगता है।
कई सेवानिवृत लोग इन बचत से प्राप्त होने वाली ब्याज को मासिक तौर पर प्राप्त करके अपना घर चलाते हैं।
सरकार का ये कदम शायद राजकोषीय घाटा कम करने के लिये उठाया गया है लेकिन इससे आम लोगो को बहुत परेशानी होती है।
इस कदम को सरकार को वापस लेना चाहिये।
हर महीने लोग जब अपनी ब्याज को देखते हैं तब उनको बहुत खराब लगता है और यह बार बार हर महीने उनको वापस याद दिलाता है जिसका राजनैतिक खामियाजा बहुत ज्यादा होता है, सरकार को यह ध्यान रखना चाहिये।
फिर से छोटी डाकघर बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाई गईं
Manisha
शुक्रवार, 18 मार्च 2016