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कांग्रेस की किस्मत इस समय अच्छी है।

ज्योतिषी की बातें बताने वाले ब्लॉगर साथी लोग या फिर अन्य ज्योतिषियों द्वारा शायद न बताया गया हो लेकिन मुझे लगता है कि अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की किस्मत इस समय बहुत ही अच्छी चल रही है। 

महंगाई इस समय देश में चरम पर है आप ही देखिये कि इस समय मायावती पर मूर्तियां और पार्क बनाने का आरोप है जिसे फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय ने रोक रखा है और वो केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित रह गई हैं, नितीश कुमार की जद (यू) में भी झगड़ा चल रहा है, समाजवादी पार्टी में अमर सिंह ने मोर्चा खोला हुआ है, भाजपा में गिरावट है, हिंदुवादी शिवसेना, आरएसएस और भाजपा महाराष्ट्र में झगड़ रहे हैं, वामपंथी कमजोर हो चुके हैं और वहां भी आपसी मतभेद उभर आये हैं। 

ऐसे कमजोर विपक्ष के समय में अगर सत्तारुढ़ पार्टी की किस्मत अच्छी नहीं कही जायेगी तो क्या कहा जायेगा? 

Manisha सोमवार, 1 फ़रवरी 2010

भाजपा और कांग्रेस मिल कर खेल रहे हैं


पिछले हफ्ते जब से तीसरे मोर्चे के गठन और उसके 15 वीं लोकसभा के चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को चुनौती देने की बात समाचारों में प्रमुखता से प्रसारित हुई थी और बिहार तथा उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह, लालू प्रसाद यादव एवं रामविलास पासवान द्वारा हाथ मिलाने की बात आई तब से अचानक से ही पीलीभीत में वरूण गांधी द्वारा कथित सांप्रदायिक भाषण की सीडी सामने आ गई है और विभिन्न टीवी समाचार पत्रों में इसको व्यापक रुप से दिखाया जा रहा है और पिछले एक हफ्ते से लगातार इसी से संबंधित समाचार दिखाये जा रहे हैं। 

ये सीडी किसने रिकार्ड की थी और कहां से समाचार चैनलों का दी गई इसके बारे में कोई बात अभी तक पता नहीं चली है। मेरा मानना है कि इन सब के पीछे भाजपा और कांग्रेस का मिला जुला हाथ है। दोनो मिलकर इस बात को बढ़ा रहे हैं। इस में इनका साथ कुछ चैनल दे रहे हैं। 


जब से वरूण गांधी के भाषण की सीडी जारी हुई है तब से हर दूसरे दिन भाजपा और कांग्रेस का कोई न कोई नेता इस संबंध में कोई न कोई वक्तव्य देकर इस मुद्दे को जिलाये हुये हैं। इस समाचार के प्रसारित होने के बाद से ही तासरे मोर्चे से संबंधित समाचार गायब हैं और चुनावों में जो रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा, अच्छा प्रशासन इत्यादि मुद्दे उठते उससे अब जनता का ध्यान हटाकर सांप्रदायिकता पर केंद्रित कर दिया गया है। 

जनता इन दोनों दलों के जाल में फंसकर आपस में सर फोड़ेगी और हिन्दू औ मुस्लिम के सवाल पर वोट डालेगी, ऐसी साजिश रची जा रही है। जनता को सावधान रहना होगा और इस वेवजह के मुददे से बच कर मुलभूत बातों पर आधारित मतदान करना होगा।

Manisha शनिवार, 28 मार्च 2009